हथकड़ी में सफलता! जेल में पढ़कर पास की BPSC परीक्षा, ज्वाइनिंग लेते ही रचा नया इतिहास
पटना: मेहनत और हौसले के आगे कोई भी दीवार बड़ी नहीं होती—इस कहावत को बिहार के बिपिन कुमार ने सच कर दिखाया है। बेऊर जेल में बंद इस कैदी ने ऐसा करिश्मा किया, जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया। जेल की सलाखों के पीछे रहकर उन्होंने BPSC परीक्षा पास की और अब हथकड़ी लगे हाथों से शिक्षक पद के लिए ज्वाइनिंग लेटर प्राप्त किया।
कैसे बनी ये अनोखी कहानी?
गया जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के एरकी गांव के निवासी बिपिन कुमार पर पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज है और वह पिछले डेढ़ साल से जेल में हैं। लेकिन उन्होंने अपनी हालातों को कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। जेल में ही पढ़ाई जारी रखी और आखिरकार BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कर ली।
रविवार को जब बोधगया के महाबोधि कन्वेंशन सेंटर में ज्वाइनिंग लेटर वितरण समारोह आयोजित हुआ, तो हथकड़ी लगे हाथों से बिपिन कुमार ने ज्वाइनिंग लेटर लिया। यह दृश्य देखने वालों के लिए हैरान करने वाला था।
क्या उनकी नौकरी सुरक्षित रहेगी?
हालांकि, उनकी नियुक्ति फिलहाल औपबंधिक (Provisional) है। अगर कोर्ट में उन पर लगे आरोप सिद्ध हो जाते हैं, तो उनकी नौकरी रद्द भी हो सकती है। लेकिन अगर उन्हें न्याय मिल जाता है, तो यह कहानी सच में संघर्ष और सफलता की मिसाल बन जाएगी।
पहले भी जेल से पास हुए हैं उम्मीदवार!
यह पहली बार नहीं है जब किसी कैदी ने जेल में रहकर सफलता हासिल की हो। इससे पहले नालंदा के राजकिशोर चौधरी ने भी जेल में रहकर BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा पास की थी और हथकड़ी में ही ज्वाइनिंग लेटर प्राप्त किया था।
सोशल मीडिया पर छाया मामला!
जैसे ही यह खबर फैली, सोशल मीडिया पर लोगों ने मिश्रित प्रतिक्रियाएं दीं। कुछ लोग इसे मेहनत और दृढ़ निश्चय का उदाहरण बता रहे हैं, तो कुछ कानूनी मामलों को देखते हुए नौकरी की वैधता पर सवाल उठा रहे हैं।
अब सबकी नजरें अदालत के फैसले पर टिकी हैं। क्या बिपिन कुमार का यह सफर आगे भी जारी रहेगा या फिर कानून की कसौटी पर यह सफलता टिक नहीं पाएगी? आगे की अपडेट्स के लिए पढ़ते रहें BharatPrime.com!